एम एस धोनी: एमएस धोनी ने 2019 विश्व कप में अपने आखिरी कार्य के बाद से एक साल से अधिक समय तक अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट से दूर रहे. झारखंड के विकेटकीपर-बल्लेबाज ने विकेटों के पीछे और सामने दोनों में एक शानदार करियर का आनंद लिया और खेल को हमेशा के लिए छोड़ देने के लिए सबसे अच्छे खेल में से एक के रूप में छोड़ दिया. खासकर 50 ओवर के प्रारूप में जहां उन्होंने एक खिलाड़ी और एक कप्तान के रूप में एक अमिट विरासत छोड़ दी.
Cricket career 2004 – 2020
उनके कैरियर के मुख्य आकर्षण में 2007 में विश्व टी 20, 2011 में विश्व कप, 2013 में चैंपियंस ट्रॉफी और भारत की कप्तानी करना शामिल है. जब वे टेस्ट क्रिकेट में नंबर एक स्थान पर थे. एक व्यक्तिगत क्षमता के आधार पर उन्होंने कई बार ICC ODI प्लेयर ऑफ द ईयर अवार्ड जीता है. और साथ ही 2011 विश्व कप के फाइनल में उन्हें मैन ऑफ़ द मैच चुना गया था. वह 535 के साथ प्रारूपों में भारत के दूसरे सबसे अधिक कैप्ड खिलाड़ी हैं और मार्क बाउचर और एडम गिलक्रिस्ट के बाद आउट होने (829) के मामले में तीसरे सबसे सफल विकेटकीपर हैं. उन्होंने 2014/15 में भारत के ऑस्ट्रेलिया दौरे के दौरान टेस्ट टीम से सन्यांस ले लिया था.
करियर
स्वरूप | मैच | रन | औसत | SR | 100s / 50 | Dis | Cat/Stu |
---|---|---|---|---|---|---|---|
टेस्ट | 90 | 4876 | 38.09 | 59.11 | 6/33 | 294 | 256/38 |
वनडे | 350 | 10,773 | 50.57 | 87.56 | 10/73 | 444 | 321/123 |
T20Is | 98 | 1617 | 37.60 | 126.13 | 0/2 | 91 | 57/34 |
एकदिवसीय करियर पर एक नज़र
धोनी ने बांग्लादेश में 2004 में भारत ए के लिए अपने खास कारनामों के बाद 2004 की श्रृंखला में भारतीय क्रिकेट परिदृश्य में प्रवेश किया. 2005 की शुरुआत में विजाग में पाकिस्तान के खिलाफ पांचवें वनडे में अपना पहला शतक (148) लगाया. उन्होंने उस साल बाद में जयपुर में श्रीलंका के खिलाफ नाबाद 183 रनों की पारी खेली और भारत के मध्य क्रम में अपनी स्थिति मजबूत कर ली.
Till the full stop doesn’t come, the sentence isn’t complete. ❤️🥺
— MS Dhoni Fans Official (@msdfansofficial) August 17, 2020
We will miss witnessing you weaving magic in International Cricket, Mahi.#Dhoni #MSDhoni @msdhoni pic.twitter.com/exCJiIulCF
उन्होंने निचले मध्यक्रम में युवराज सिंह और सुरेश रैना के साथ सफल साझेदारी की. युवराज-धोनी की जोड़ी भारत के मध्य क्रम की रीढ़ बन गयी थी. जिस पर भारत ने उस अवधि में एकदिवसीय प्रारूप में बड़ी सफलता हासिल की. जहां उन्होंने रिकॉर्ड 17 सफल रन चेज करने के लिए एक साथ संघर्ष किया. उन्होंने रैना (3585) और युवराज (3105) के साथ क्रमशः 56.90 और 51.75 दोनों के साथ 3000+ साझेदारी की. अपने करियर के पहले चरण में धोनी ने पावर हिटर की भूमिका पूरी की. जो अक्सर अंतिम ओवरों में पारी को गति प्रदान करते थे.
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धोनी- तीनों फॉर्मेट का रिकॉर्ड
चरण | मैच | Inngs | NO | रन | औसत | SR | 100s/50 | HS |
---|---|---|---|---|---|---|---|---|
डेब्यू – सितम्बर 2007 | 84 | 75 | 19 | 2477 | 44.23 | 96.27 | 3/14 | 183 * |
कप्तानी की शुरुआत – WC 2015 | 178 | 153 | 47 | 6022 | 56.81 | 86.55 | 6/44 | 139 * |
अप्रैल 2015 से | 88 | 69 | 18 | 2274 | 44.58 | 82.03 | 1/15 | 134 |
उनके नेतृत्व में 2007 में दक्षिण अफ्रीका में विश्व टी 20 जीत के बाद. धोनी को 2007 के अंत में एकदिवसीय टीम की बागडोर सौंपी गई थी. धोनी ने अपनी बल्लेबाजी को फिर से शुरू किया. क्योंकि वह पावर हिटर से बदलकर मध्य क्रम में अधिक जोखिम मुक्त कंसॉलिडेटर बन गए. यह नया बल्लेबाजी दृष्टिकोण अधिक प्रभावी था. 2015 के विश्व कप के अंत तक धोनी ने 8 साल तक कप्तानी संभाली. जिसने खेल में उनकी विरासत को बड़े पैमाने पर परिभाषित किया। इस अवधि में, धोनी की तुलना में केवल चार खिलाड़ियों ने अधिक रन बनाए. जिनमें से तीन मुख्य रूप से शीर्ष क्रम के बल्लेबाज थे- कुमार संगकारा, तिलकरत्ने दिलशान और विराट कोहली और जबकि चौथे नंबर पर एबी डीविलियर्स ने #4 के लिए अधिकतर बल्लेबाजी की. धोनी ने #5 या उससे कम पर 53.98 के शानदार औसत से 5000 से अधिक रन बनाए.
युग के सर्वश्रेष्ठ एकदिवसीय बल्लेबाजों में से एक होने के साथ-साथ वह सीमित ओवरों के क्रिकेट में सबसे अधिक आश्चर्यजनक कप्तानों में से एक होने के अलावा सर्वश्रेष्ठ विकेटकीपरों में से एक थे. धोनी ने भारत के लिए तीन प्रमुख श्रृंखला जीती. 2008 में ऑस्ट्रेलिया में त्रिकोणीय श्रृंखला की जीत के साथ अपेक्षाकृत युवा पक्ष के साथ शुरुआत की. जिसके बाद 2011 में 28 वर्षों में भारत की पहली विश्व कप जीत हुई. उसके बाद 2013 में चैंपियंस ट्रॉफी में स्पॉट फिक्सिंग कांड के बीच जीत दर्ज की. जिसने उस समय के आसपास भारतीय क्रिकेट को उलझा दिया था.
Your contribution to Indian cricket has been immense, @msdhoni. Winning the 2011 World Cup together has been the best moment of my life. Wishing you and your family all the very best for your 2nd innings. pic.twitter.com/5lRYyPFXcp
— Sachin Tendulkar (@sachin_rt) August 15, 2020
अधिकांश वनडे अक्टूबर 2007 और मार्च 2015 के बीच
खिलाड़ी | मैच | Inngs | रन | HS | औसत | SR | 100s | 50 |
---|---|---|---|---|---|---|---|---|
के संगकारा | 201 | 193 | 8368 | 169 | 47.81 | 82.31 | 19 | 53 |
टी दिलशान | 188 | 182 | 7352 | 161 * | 44.82 | 88.79 | 21 | 34 |
वी कोहली | 158 | 150 | 6537 | 183 | 51.47 | 89.73 | 22 | 33 |
एबी डिविलियर्स | 136 | 129 | 6315 | 162 * | 61.91 | 102.76 | 18 | 36 |
म स धोनी | 177 | 153 | 6022 | 139 * | 56.81 | 86.54 | 6 | 44 |
एच अमला | 115 | 112 | 5692 | 159 | 55.26 | 89.92 | 20 | 28 |
एम जयवर्धने | 192 | 179 | 5509 | 144 | 33.18 | 81.76 | 9 | 36 |
एकदिवसीय मैच में फिनिशर के रूप में उनकी शक्तियां 2015 के विश्व कप के बाद की अवधि में काफी कम हो गईं. क्योंकि उनका खेल समाप्त हो गया. इस अवधि में 88 एकदिवसीय मैचों में उन्होंने 82.03 के स्ट्राइक रेट से 44.58 की औसत से रन बनाए. विश्व कप 2019 के सेमीफाइनल में भारत की उनकी अंतिम पारी के उनके करियर के अंतिम कुछ वर्षों में धोनी के संघर्षों को सबसे अच्छा समझा गया.
अब धोनी ने इंटरनेशनल क्रिकेट के सभी फॉर्मेट से संन्यास ले लिया है. धोनी बस आप सभी को आईपीएल के दौरान ही नजर आया करंगे.
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